जल ही जीवन है पर निबंध//jal hi jivan hai per nibandh
नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप लोगों बताएंगे जल ही जीवन है पर निबंध, जल के महत्व पर 10 लाइन हिंदी में, सभी की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। और अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
जल ही जीवन है पर निबंध//jal hi jivan hai per nibandh |
10 lines on importance of water in Hindi
1-हमारा शरीर का 70% भाग जल पानी से बना है।
2-जल ही हमारा जीवन है।
3-बिना मीठा पानी पिए हम 1 दिन भी जीवित नहीं रह सकते।
4-जानवर तथा पेड़ पौधों को भी जल की आवश्यकता होती है।
5-जैसे कि खारा पानी अनेक प्राणियों का जीवन स्रोत है उसी प्रकार मीठे पानी भी अनेक प्राणियों का घर होता है।
6-पेड़ों से ही हमें ऑक्सीजन फल अनाज फूल लकड़ी चावल गेहूं प्राप्त होता है। इसलिए पेड़ों के लिए भी जल आवश्यक है।
7-समय पर बरसा ना होने से हमें अकाल का सामना करना पड़ता है।
8-मीठे जल का स्रोत सीमित है इसलिए जल संरक्षण अति आवश्यक है।
9-जल के बिना मानव जीवन असंभव है।
10-फसल नहीं तो खाद्य पदार्थ भी संभव नहीं।
पानी का हमारे जीवन में बहुत ज्यादा महत्व है। इसलिए इसे बर्बाद होने से बचाना भी हमारा कर्तव्य है। जिस तरह से आज के समय में जल प्रदूषण बढ़ रहा है। वह बहुत ही दुखद है। यदि आज हमने धरती के पानी की बचत नहीं की और इसकी बिना वजह बर्बादी को नहीं रोका गया तो आने वाले समय में धरती पर पानी का नामोनिशान नहीं बचेगा। और हमारी आने वाली पीढ़ी बिना पानी के धरती पर जीवित नहीं रह पाएगी।
मानव जाति का प्रकृति और जल से हमेशा से अटूट संबंध रहा है क्योंकि पुरातन काल में जब से मनुष्य में कृषि कार्य करना आरंभ किया था तब सिंचाई का एकमात्र साधन बारिश ही होती थी जिसके जल से किसान के खेत में फसल उठती थी इसलिए कालांतर में जल से जुड़ी चीजों को भगवान का दर्जा दिया गया और उनकी पूजा की जाने लगी।
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जैसे कि बादल आकाश जल नदी पर्वत जहां से नदी निकलती है सभी को देवता माना गया और इनकी पूजा वर्तमान समय में की जाती है इसी से हमें मालूम पड़ता है। किजल मनुष्य के जीवन में कितना महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
जल ही जीवन पर निबंध 100 शब्दों में
जल ही जीवन है यह कथन एकदम सत्य है क्योंकि जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती वैसे तो हमारी पृथ्वी का लगभग 3 चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है लेकिन उसमें से 97 प्रतिशत पानी उपयोग की योग्य नहीं है यानी यह पानी मनुष्य के पीने योग्य नहीं है मात्र 3% पानी उपयोग के योग्य है इस 3% में से भी 1% से भी कम मनुष्य उपयोग कर सकता है क्योंकि बाकी का पानी ग्लेशियर के रूप में बर्फ बन कर जमा हुआ है। हमें पानी का उपयोग बहुत सोच समझ कर करना चाहिए नहाते समय हमेशा बाल्टी में पानी भरकर नहाना चाहिए नल को खुला नहीं छोड़ना चाहिए इसके साथ ही पानी को इकट्ठा करने के लिए भी हमें वर्षा ऋतु के दौरान जो भी संभव हो ऐसे उपाय करने चाहिए क्योंकि कहा गया है कि जल है तो कल है।
जल ही जीवन पर निबंध 200 शब्दों में
विश्व आर्थिक मंच का मानना है कि आने वाले वर्षों में जल की समस्या विकराल रूप लेने वाली है इस संस्था ने अपनी रिपोर्ट में बताया है की संपूर्ण दुनिया के 75% से भी अधिक लोग जल संकट से जूझ रहे हैं वैसे तो संपूर्ण विश्व में 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में औपचारिकता पूरी की जाती है परंतु हमें इस दिन लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करना चाहिए क्योंकि जल संरक्षण कोई एक व्यक्ति या संस्था मिलकर नहीं कर सकती देश ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व का हर एक व्यक्ति जल संरक्षण के बारे में सोचेगा तभी यह संभव है।
जल ही जीवन है पर निबंध//jal hi jivan hai per nibandh |
जल संरक्षण करके हम ना केवल इस पृथ्वी पर रहने वाले जीवो की रक्षा कर सकते हैं बल्कि अपनी आगे आने वाली पीढ़ी का भी संरक्षण कर सकते हैं हम विभिन्न तकनीकों को अपनाकर जल्द संरक्षण कर सकते हैं जैसे बरसात के पानी को हम रेन वाटर हार्वेस्टिंग करके बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के पानी को बांध बनाकर फिल्टर किया जा सकता है पारंपरिक तरीकों से कुएं एवं बावडियों का निर्माण करेंगे और पाइप लाइनों की मरम्मत करके आदि जल एक ऐसा संसाधन है जिसे मानव अपनी कोशिशों के जरिए नहीं बना सकता है इसलिए जल के महत्व को समझते हुए हम सभी को संकल्प लेना होगा कि पानी की बर्बादी कम से कम हो।
जल ही जीवन पर 300 शब्दों में निबंध
प्रस्तावना
पृथ्वी पर पानी एक अमूल्य धरोहर है जिसे इंसान चाह कर संरक्षित कर सकता है लेकिन इस को पुनः बना नहीं सकता है विभिन्न जारी रिपोर्टों के मुताबिक विश्व में कई देश जल संकट से जूझ रहे हैं अगर ऐसी ही स्थिति आगे भी बनी रहती है तो बहुत ही जल्दी इस पृथ्वी की संपूर्ण जीवन से लेकर मनुष्य की जातियां समाप्त हो जाएंगी।
जल का जीवन में महत्व
पानी के महत्व का पता इस बात से आसानी से लगाया जा सकता है कि एक वक्त मनुष्य का शरीर लगभग 60% पानी से ही बना होता है इसके साथ पानी एक ऐसा संसाधन है जिसके बिना पृथ्वी पर उपलब्ध जीवो की कल्पना भी नहीं की जा सकती पानी का महत्व आप उस किसान से पूछ सकते जिसके खेत में बारिश ना हुई हो।
जल प्रदूषण के कारण
इस दौर में पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ जल प्रदूषण भी तेजी से हो रहा है क्योंकि आज में पानी की आवश्यकता होती है प्रदूषित पानी को नदियों में छोड़ दिया जाता है जिससे कि नदी का पानी दूषित हो जाता है जिससे न सिर्फ जल के जीवों पर इसका प्रभाव पड़ता है बल्कि उस पानी को पीने वाले मनुष्यों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।
उपसंहार
हम सभी को मिलकर जल संरक्षण का प्रयास करना होगा जिससे सरकार को भी जल को प्रदूषित करने पर कड़े कानूनों को लाना होगा। जिससे कि जल प्रदूषण को कम किया जा सकेगा वहीं दूसरी पानी को फिर से उद्योग धंधों में कैसे उपयोग किया जा सकता है। इस बारे में योजनाएं बनानी होंगी। बारिश के पानी को कैसे घर के कामों में उपयोग किया जा सकता है इस बारे में लोगों को जागरूक और प्रेरित करना होगा क्योंकि जल संरक्षण किसी एक व्यक्ति से नहीं हो सकता है ऐसे संपूर्ण देश को ही नहीं बल्कि विश्व के सभी व्यक्तियों को इसके प्रति जागरूक करना होगा क्योंकि जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
FAQ
1-जल का रासायनिक सूत्र क्या है?
उत्तर H2O जल का रासायनिक सूत्र है यह हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के 2.1 के संयोजन से बनता है।
2-विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है? उत्तर-विश्व जल दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है.
3-जल के पर्यायवाची क्या है?
उत्तर पानी, वारि, नीर, सलिल तोय अंबु पय आदि जल के पर्यायवाची शब्द हैं।
उम्मीद करते हैं दोस्तों यह आर्टिकल आप लोगों को अच्छा लगा होगा अगर अच्छा लगे तो आप लोग कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों को तक जरूर पहुंचाएं ऐसे ही आर्टिकल के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहिएगा आर्टिकल पढ़ने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।