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सूर्योदय पर निबंध//essay on sunrise in Hindi

सूर्योदय पर निबंध//essay on sunrise in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप लोगों को बताएंगे सूर्योदय पर निबंध सूर्योदय से हमारे जीवन में कितनी आवश्यकताएं हैं यह आप लोगों को तो पता ही होगा इसी की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े और अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

सूर्योदय पर निबंध//essay on sunrise in Hindi
सूर्योदय पर निबंध//essay on sunrise in Hindi

10 lines on sun in English


1-son is the centre of the solar modem which is surrounds the earth and all the other planets.


2-son is not solid but it is composed of 75% hydrogen 26% helium 2% carbon and other oxygen iron neon etc.


3-percent of the solar system is due to the sun.


4-son worship is also done and it has 108 names.


5-the suns light takes 8 minutes to 17 second to reach the earth.


6-this size of the sun is so large that it can contain 13 lakhs of the earth.


7-son is white but environmentally yellow is visible.


8-there are harmful ultraviolet rays inside the sun which causes skin cancer.


9-by getting energy from the sunlight we can create solar energy.


10-every time in the year there seems to be a son eclipse  everywhere.

 

सूर्योदय पर 250 शब्दों में निबंध


यह लोगों के लिए फायदेमंद होता है और सुबह का दृश्य बहुत ही मनमोहक भी होता है सवेरे उठकर जब सूर्य की तरफ देखते हैं तो सूर्य की लालिमा पूरे आकाश में फैली होती है और धीरे-धीरे सूर्य की किरणें रोशनी व प्रकाश देना शुरू करती हैं सुबह के समय वायु में शुद्ध हवा का संचार होता है इसलिए रोजाना सुबह उठकर बाहर टहलना चाहिए सुबह उठकर टहलना और व्यायाम करने से शरीर में रक्त संचार सही मात्रा में होता है।

और शरीर भी स्वस्थ रहता है।


दिन की शुरुआत शुरूआत सूर्योदय के सुंदर किरणों से होती है तो मन पूरा दिन शांत रहता है और व्यक्ति अपने कार्यों में मन लगाकर काम कर पाता है इसमें बच्चे बड़े-बड़े मैदानों में क्रिकेट और फुटबॉल खेलने जाते हैं जो कि इनको दिनभर तंदुरुस्त रखता है सूर्योदय के समय पेड़ भी अपना कार्य करना शुरू करते हैं सुबह उठकर बगीचे में जब टहलने निकलते हैं तो बगीचे के छोटे-छोटे पौधों और फूलों की कलियां भी अलग सी उर्जा महसूस करवाती हैं जो व्यक्ति को आकर्षित करती हैं पत्तों पर गिरी हुई ओस की बूंदे हीरे मोतियों के समान चमकती हैं और वह छूने से गिर जाती है तो बड़ा ही अच्छा लगता है।


सूर्योदय का दृश्य मन को मोह लेता है यह दृश्य बार-बार देखने का मन करता है परंतु इसके लिए अगली सुबह का इंतजार करना पड़ता है रोजाना सुबह उठकर यह दृश्य देखने की चाह में उड़ते हैं और साथ ही व्यायाम और सूर्य को नमस्कार करके अपने दिन की शुरुआत करते हैं।



प्रस्तावना

पूरे दिन में जो सूर्य उदय का समय होता है वह सबसे सुनहरा और खूबसूरत समय होता है यह सूर्योदय का समय हमारे स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। सूर्योदय का समय एक स्वर्गीय समय होता है। जहां हमें प्रकृति का खूबसूरत रूप देखने को मिलता है क्योंकि सूर्योदय के समय में सूरज की किरने पहाड़ों घाटियों बादलों और घास के मैदानों को एक चमकीला और सुंदर रंग देती हैं।


आसमान में सुंदरता

इसी के साथ जब सूर्योदय के समय सूर्य की किरणें आसमान में फैले लगती हैं तब पूरा आसमान सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है इस सुंदरता का आनंद लेने के लिए कई लोग सूर्योदय के समय मॉर्निंग वॉक के लिए निकलते हैं।

सूर्योदय पर निबंध//essay on sunrise in Hindi
सूर्योदय पर निबंध//essay on sunrise in Hindi

सूरज की पहली किरण


सूर्योदय के समय में हमें उगते हुए सूरज की पहली किरणे देखने को मिलती हैं सूरज की इन पहली किरणों को देखने से हमें आनंद और सुकून मिलता है। सूरज की पहली किरण से हमें ऊंचे ऊंचे पहाड़ और चोटिया नहाती हुई प्रतीत होती हैं। सूरज के एनएस अंदर पहली किरणों का आनंद लेने के लिए पक्षी भी आसमान में उड़ते हुए और सुंदर गीत गाते हुए हमें देखने को मिलते हैं।



लोगों की गतिविधियां

सूर्योदय के समय में लोग कई सारी गतिविधियां करते हैं जैसे कि सूर्योदय के समय कुछ लोग मॉर्निंग वॉक यानी टहलने जाते हैं पहले से क्या स्वास्थ्य अच्छा होता है सुबह-सुबह सूरज की किरने हमारे शरीर पडना आवश्यक होती हैं। जो लोग दूध और अखबार का व्यापार करते हैं उनके इस व्यापार की शुरुआत सुबह से ही होती है इसी समय में बच्चे भी स्कूल जाते हुए हमें देखने को मिलते हैं।


Table of contents


सूर्योदय के समय प्रकृति में क्या परिवर्तन होता है।

सूर्योदय के पश्चात वातावरण में अपने घर के आस-पास क्या क्या परिवर्तन होते हैं?

आपको सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य कैसा लगता है इससे आपको क्या प्रेरणा मिलती है?

सूर्योदय पर निबंध हिंदी में

सूर्योदय के समय प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन आते हैं?

सूर्योदय और सूर्यास्त का अनुभव

सूर्योदय का क्षेत्र

10 लाइन सूर्योदय पर हिंदी में निबंध

10 lines on sun in Hindi

FAQ


10 lines on sun in Hindi 

1-सूर्य और सौरमंडल का केंद्र है जिसके चारों तरफ पृथ्वी और अन्य सभी ग्रह घूमते हैं।


2-सूर्य दोष नहीं है बल्कि यह 72% हाइड्रोजन 26% हिलियम 2% कार्बन और बाकी ऑक्सीजन, लौह नियॉन आदि से मिलकर बना है।


3-सौरमंडल का 99.24% भार सूर्य के कारण है।


4-सूर्य की पूजा भी की जाती है और इसके 108 नाम है।


5-सूर्य का प्रकाश धरती पर पहुंचने में 8 मिनट 17 सेकंड लगते हैं।


6-सूर्य का आकार इतना बड़ा है कि उसमें 1300000 पृथ्वी समा सकती हैं।


7-सूर्य सफेद रंग का होता है लेकिन वातावरण के कारण पीला दिखाई देता है।


8-सूर्य के अंदर हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणें हैं जिससे त्वचा कैंसर होता है।


9-सूर्य की रोशनी से ऊर्जा प्राप्त कर हम सौर ऊर्जा बना सकते हैं।


10-पूरे साल में हर जगह एक बार सूर्य ग्रहण अवश्य होता है।


FAQ


1-सूर्योदय के समय प्रकृति में क्या परिवर्तन होता है? 

उत्तर-सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य के लाल अथवा नारंगी दिखाई देने का मुख्य कारण प्रकाश का प्रकीर्णन है प्रकाश का प्रकीर्णन जब किरण बहुत छोटे कणों पर गिरता है तब वह प्रकाश को सभी दिशाओं में फैला देते हैं इस प्राकृतिक घटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं।


2-सूर्योदय के बारे में क्या खास है?

 उत्तर-शोध से पता चला है कि सूर्योदय देखने से हमारे मूड को बढ़ावा देने सूजन और अवसाद को कम करने और रात में बेहतर नींद लेने में भी मदद मिल सकती है। और यदि आप पहले से ही जल्दी उठ रहे है। तो बस समय निकालकर बाहर कदम रखें और सुंदरता और प्रेरणा की अपनी दैनिक खुराक ले।


3-जीवन में सूर्योदय का क्या अर्थ है? उत्तर-सूर्य (सूर्योदय व सूर्यास्त शामिल है) सूर्य नए सिरे से जीवन और चिरस्थाई जीवन के साथ-साथ प्रकाश गर्मी और आशा का प्रतीक है एक सूर्योदय पुनरुत्थान का प्रतीक है क्योंकि आत्मा स्वर्ग में उठती है सूर्यास्त शरीर में जीवन के अंत का प्रतीक है।


4-सूर्योदय के समय को क्या कहते हैं? उत्तर-हालांकि सूर्योदय शब्द आमतौर पर इस बिंदु से पहले और बाद में समय की अवधि को संदर्भित करता है गोधूलि सुबह की अवधि जिसके दौरान आकाश चमक रहा है लेकिन सूर्य अभी तक दिखाई नहीं दे रहा है। भोर की गोधूलि की शुरुआत को खगोलीय भोर कहा जाता है।


उम्मीद करते हैं दोस्तों यह आर्टिकल आप लोगों को पसंद आया होगा अगर पसंद आए तो आप लोग कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं ऐसे ही आर्टिकल के लिए हमारे इस पोर्टल पर जरूर बने रहे। और इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।





पृथ्वी पर निबंध हिंदी में


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