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भगवान श्रीराम पर निबंध//Essay on lord Rama in Hindi

भगवान श्रीराम पर निबंध//Essay on lord Rama in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप लोगों को बताएंगे भगवान श्रीराम पर निबंध इसी की जानकारी आप लोगों को इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

भगवान श्रीराम पर निबंध//Essay on lord Rama in Hindi
भगवान श्रीराम पर निबंध//Essay on lord Rama in Hindi


Table of contents


भगवान राम के बारे में क्या जानते हैं लिखिए?

राम पर 80 शब्द का क्या अर्थ है?

भगवान राम की गुण क्या थे?

क्या भगवान श्रीराम सच में थे?

राम के बारे में 10 लाइन हिंदी में

राम का चरित्र चित्रण लिखिए।

मर्यादा पुरुषोत्तम राम पर कविता

भगवान राम का गोत्र

राम की कितनी पत्नियां थी।

FAQ



1-भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से जाना जाता है जो भगवान विष्णु के साथ में अवतार माने जाते हैं।


2-भगवान श्रीराम का जन्म त्रेता युग में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुआ था।


3-भगवान श्री राम अयोध्या के राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे और उनके तीन छोटे भाई थे जिनका नाम लक्ष्मण भरत और शत्रुघ्न था।


4-भगवान श्रीराम ने अपनी शिक्षा अपने भाइयों के साथ गुरु विशिष्ट से प्राप्त की थी।


5-भगवान श्रीराम का स्वभाव बहुत ही सरल उदाहरण निडर था और साथ ही उन्हें महान पराक्रमी भी कहा जाता था।


6-भगवान श्री राम का नाम हिंदू धर्म के महान देवताओं में सबसे ऊपर लिया  जाता है।


7-भगवान श्री राम की पत्नी माता सीता थी जिन्होंने भगवान राम का साथ हमेशा दिया।


8-भगवान श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ पूरा किया था जिसके दौरान उन्होंने लंकापति रावण का वध किया था।


9-भगवान श्री राम के 2 पुत्र थे जिनका नाम लव और कुश था।


10-भगवान श्री राम के जीवन पर वाल्मीकि द्वारा रामायण ग्रंथ की रचना की गई है जिससे संस्कृत भाषा में लिखा गया था।


भगवान श्रीराम पर निबंध 200 शब्द में

भगवान श्री राम जो हिंदुओं के देवता माने जाते हैं भगवान श्री राम जिनका जन्म अयोध्या के महाराजा दशरथ जी के वहां हुआ था।भगवान श्रीराम को आज भी हिंदू धर्म के लोग पूछते हैं भगवान श्री राम द्वारा किए गए कार्य प्रशंसनीय थे भगवान श्री राम ने रावण का वध करके श्री लंका नगरी को राक्षस मुक्त किया था।


भगवान श्रीराम का जन्म हुआ तब आयोजन नगरी में खुशी की लहर दौड़ आई थी भगवान श्री राम के पिता का नाम दशरथ जी और माता का नाम कौशल्या था जब भगवान श्रीराम को राजपाट सपने का समय आया तब रानी केकई के कहने पर राजा दशरथ ने उन्हें 14 साल का बनवास दे दिया 14 वर्ष पूरे होने के पश्चात भगवान श्री राम ने अयोध्या का राज पाट संभाला था।


इन्हीं 14 वर्ष के वनवास के दौरान माता सीता का हरण रावण ने किया था और उसके पश्चात भगवान श्री राम ने रावण का वध करके उसे मार गिराया था भगवान श्री राम की रामायण कथा आज के समय में टीवी सीरियल के माध्यम से एपिसोड के रूप में बताई जा रही है।


भगवान श्रीराम पर 800 शब्द में निबंध

प्रस्तावना

भगवान श्रीराम को कौन नहीं जानता मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम श्री हरि विष्णु के 10वे अवतारों में से 7 में अवतार वाले रामजी हैं राम को हिंदू धर्म में सर्वश्रेष्ठ भगवान श्रेणियों में गिना जाता है। भगवान राम का जन्म लोक कल्याण तथा आदर्श प्रस्तुत करने के लिए हुआ था।

भगवान श्रीराम पर निबंध//Essay on lord Rama in Hindi
भगवान श्रीराम पर निबंध//Essay on lord Rama in Hindi

आपने एक श्लोक तो सुना ही होगा जिस का हिंदी में मतलब होता है जो कण कण में बसे वही श्रीराम हैं इसके अलावा आपने सनातन धर्म में भगवान श्री राम के अनेक गाथाएं सुनी होगी भगवान श्री राम के अनेक गाथाएं जिनको महर्षि बाल्मीकि ने अपने महाकाव्य रामायण में संग्रहित किया हुआ है इसके अलावा तुलसीदास ने श्रीरामचरितमानस के माध्यम से इसको जनमानस में प्रचार कर दिया।


रामनवमी

भगवान श्रीराम का जन्म त्रेता युग में चैत मास के नवमी कब हुआ था। इसलिए सभी भक्त लोग इस दिन को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं श्री राम जी का जन्म वर्तमान उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में हुआ था अयोध्या के राजा महाराज दशरथ के सबसे बड़े पुत्रों में से एक है।


बहुत जप तप की बात महाराज को चार संतानों को सुख मिला था। महाराज दशरथ के चार पुत्र थे जिसमें श्री राम भरत लक्ष्मण और शत्रुघ्न थे। श्री राम की माता का नाम कौशल्या था तथा भारत की माता का नाम केकई और लक्ष्मण और शत्रुघ्न की माता का नाम सुमित्रा था।


बचपन


रामचंद्र जी बचपन से ही विनय शील थे इनको पिता से अधिक लगाव था या फिर आप यह भी कह सकते कि महाराज दशरथ की सबसे बड़ी कमजोरी श्री रामचंद्र ही थे। यह महाराज दशरथ की आंखों के सामने एक पल के लिए भी ओझल नहीं होते थे। सौतेली माता केकई को यह सबसे अधिक प्रेम और स्नेह करते थे। रामजी के लिए तीनों माताएं एक समान थे माता और पिता के अलावा वह अपने तीनों भाइयों से भी अधिक प्रेम करते थे।


शिक्षा दीक्षा

रामचंद्र जी की प्रारंभिक शिक्षा मुनि के आश्रम से शुरू हुई बचपन से ही प्रकृति थे आगे चलते उन्होंने कई प्रकार के राक्षसों का वध किया था। उनमें से एक विशाल का राक्षस जो की लंका का राजा था उनका संघार करके पृथ्वी को रक्षकों से मुक्त किया था।


राम जी का चरित्र

राम बचपन से ही दयालु और स्नेही थे। उनके अंदर मनोरम शिष्टाचार की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी राम जी अत्यंत ही सरल स्वभाव वाले महापुरुष थे।


देवता के रूप में राम

भगवान श्री राम एक आदर्श पुत्र आदर्श पति , पिता सबसे अधिक आदर्श महाराजा के इसलिए जनता की नजरों में इन्हें देवता की श्रेणी में रखा जाता है। हिंदुओं की मानवता के अनुसार श्री राम त्रेता युग में रहते थे। तुलसीदास जी के महाकाव्य में इनको और भी ज्यादा लोकप्रिय कर दिया था। और नए भक्ति समूह में ही कर दिया था।


सीता माता के साथ विवाह

उस समय के महान महर्षि विश्वामित्र श्री राम और लक्ष्मण को लेकर मिथिला नगरी में पधारे मिथिला नगरी के राजा जनक अपनी सुपुत्री सीता के लिए एक स्वयंवर का आयोजन कर रहे थे महाराज दशरथ ने घोषणा की थी कि जो भगवान शिव का धनुष को दो भागों में विभाजित कर देगा उसी से उनकी बेटी सीता का विवाह किया जाएगा।


ऐसा सुनकर बहुत से देश-विदेश से राजा महाराजा अपनी अपनी ताकत दिखाने के लिए स्वयंवर में उपस्थित थे। काफी कोशिशों के बाद जब उसकी धनुष को कोई नहीं उठा पाया तो अंत में श्री रामचंद्र जी ने धनुष को खंड खंड कर दिया और सीता माता के साथ स्वयंवर और वरमाला पहना दी।





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